
1.अन्य इन्वेस्टमेंट विकल्प पीपीएफ के अलावा
पब्लिक प्रविडेंट फंड (पीपीएफ) बिना जोखिम वाला सबसे बेहतरीन फिक्स्ड ब्याज दर इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है। यह लॉन्ग टर्म की गारंटीड रिटर्न चाहने वालों के लिए यह एक अच्छा विकल्प है। पीपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर हर तिमाही में सरकार द्वारा फिक्स होती है। फिलहाल, पीपीएफ की ब्याज दर 8 प्रतिशत है। हालांकि, पीपीएफ की एकमात्र लिमिटेशन है कि एक वित्त वर्ष में कोई व्यक्ति अधिकतम 1.5 लाख रुपये ही निवेश कर सकता है। लेकिन अगर आप 1.5 लाख रुपये से ज्यादा इन्वेस्ट करना चाहते हैं तो निवेश के दूसरे विकल्प उपलब्ध हैं। जानें पीपीएफ के अलावा दूसरे इन्वेस्टमेंट विकल्प, जिन पर फिक्स्ड रिटर्न मिलता है।
2.पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट
एक बार आपकी पीपीएफ लिमिट खत्म हो जाए तो आप पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट का विकल्प चुन सकते हैं। यहां आपको 7.8 प्रतिशत तक रिटर्न मिलता है। ये डिपॉजिट- 1 साल, 2 साल, 3 साल और 5 साल की अवधि के लिए होता है। 5 साल की अवधि के लिए पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट स्कीम में सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट भी मिलती है। पीपीएफ की तरह ही इन स्कीम के लिए भी हर साल भारत सरकार द्वारा ब्याज दर फिक्स की जाती है। इन स्कीम पर ब्याज तिमाही तौर पर कैलकुलेट किया जाता है लेकिन चुकाया सालाना ही जाता है। इन डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है।
3.बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट
भारतीयों द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला बचत का यह यह सबसे पॉप्युलर तरीका है। लगभग सभी कमर्शल बैंक और छोटे फाइनैंस बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट ऑफर करते हैं। इन डिपॉजिट पर ब्याज, इनकी अवधि के हिसाब से अलग-अलग होता है। फिलहाल, पीएसयू और प्राइवेट बैंक द्वारा ऑफर की जाने वाली ब्याज दर 6-8.25 फीसदी के बीच होता है। 5 साल या ज्यादा समय के लिए की गई एफडी पर सेक्शन 80C के तहत छूट मिलती है। लेकिन एफडी पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है
4.नैशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट
नैशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट भी टैक्स बचाने का एक पॉप्युलर विकल्प है जिसे पोस्ट ऑफिस से खरीदा जा सकता है। इसकी मैच्योरिटी अवधि 5 साल होती है और फिलहाल इस पर 8 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। यह ब्याज मैच्योरिटी पर चुकाया जाता है। कोई भी एनएससी में न्यूनतम 100 रुपये तक निवेश कर सकता है जबकि अधिकतम निवेश की कोई लिमिट नहीं है। इन डिपॉजिट पर मिलने वाला ब्याज टैक्सेबल होता है।
5.सुकन्या समृद्धि अकाउंट
सभी छोटी बचत स्कीम में सुकन्य समृद्धि अकाउंट अधिकतम ब्याज दर ऑफर करती है। फिलहाल इस स्कीम में डिपॉजिट पर सालाना 1.5 प्रतिशत का ब्याज मिलता है। हालांकि, यह स्कीम सभी के लिए नहीं है। 10 साल से छोटी लड़की के कानूनी माता-पिता ही इसे अपनी बच्ची के नाम पर खोल सकते हैं। यह अकाउंट, स्कीम में अकाउंट खोलने की तारीख से बच्ची के 21 साल के होने पर मैच्योर होता है। कोई व्यक्ति अधिकतम दो लड़कियों के नाम पर सुकन्या समृद्धि अकाउंट तक खोल सकता है।
इन अकाउंट में अधिकतम 1.5 लाख रुपये जबकि न्यूनतम 1,000 रुपये प्रति साल डिपॉजिट किए जा सकते हैं। डिपॉजिट किए गए अमाउंट पर इनकम टैक्स ऐक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलती है। बच्ची के 18 साल के होने पर जरूरत पड़ने पर 50 प्रतिशत तक बैलेंस विदड्रॉल किया जा सकता है।