Home Business ईकॉमर्स कंपनियों में रोजगार की बहार

ईकॉमर्स कंपनियों में रोजगार की बहार

320
0

बिज़नेस डेस्क। देश की बड़ी ई-कॉमर्स कंपनियां और स्टार्टअप्स बढ़ते कॉम्पिटिशन के बीच अंतिम कस्टमर तक पहुंचने वाले सबसे महत्वपूर्ण लिंकऔर डिलिवरी फ्लीट को मजबूत करने की तैयारी कर रही हैं। स्विगी, ग्रोफर्स, मिल्कबास्केट और शैडोफॉक्स मौजूदा फाइनैंशल इयर में डिलिवरी टीमों को दोगुनी करेंगी, जबकि ऐमजॉन और बिगबास्केट जैसी बड़ी कंपनियों की भी डिलिवरी सिस्टम को बढ़ाने की योजना है।

ई-कॉमर्स बिजनस में कस्टमर का बेहतर अनुभव कंपनी के बिजनस को बढ़ाने में महत्वपूर्ण होता है। फंड मिलने, मार्केट के बढ़ने और इंडस्ट्री में नई फर्मों के आने से कंपनियां डिलिवरी स्टाफ की हायरिंग बढ़ा रही हैं। स्टाफिंग फर्म टीमलीज सर्विसेज के अनुमान के अनुसार, इस फाइनैंशल इयर की पहली छमाही में डिलिवरी एजेंट्स के लिए 51,000 से अधिक वैकेंसी होंगी। इसके साथ ही यह वर्ष के अंत तक बढ़कर 1,21,600 तक पहुंचने की उम्मीद है। ह्युमन रिसोर्स कंसल्टिंग फर्म रैंडस्टेड इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर पॉल डुपनिस ने बताया है
कि अधिकतर हायपर-लोकल डिलीवरी फर्मों ने अच्छी कैपिटल जुटाई है और इसका एक बड़ा हिस्सा डिलिवरी फ्लीट का साइज बढ़ाने में खर्च होगा। उन्होंने कहा, ‘मेट्रो शहरों के बाहर एक्सपैंशन भी इन फर्मों की योजना में शामिल है। इस वजह से भी हायरिंग बढ़ाने की जरूरत होगी।’

ग्रॉसरी डिलिवरी स्टार्टअप ग्रोफर्स ने पिछले महीने सॉफ्टबैंक विजन फंड ने 6 करोड़ डॉलर की नई कैपिटल जुटाई थी। ग्रोफर्स के एचआर डिपार्टमेंट के हेड अंकुश अरोड़ा ने बताया कि इस वर्ष कंपनी की डिलिवरी टीम दोगुनी हो सकती है। बिगबास्केट देश भर में 4,000-5,000 डिलीवरी एजेंट हायर करने जा रही है।

Previous articleबीसीसीआई ने वर्ल्ड कप के लिए टीम इंडिया का ऐलान किया
Next articleमायावती को SC का झटका, याचिका हुई खारिज