
ट्रेवल डेस्क। बीते दो दशकों में ट्रैवल काफी सस्ता हो गया है। लोग फेसबुक और इंस्टाग्राम पर ट्रैवल वाले कैप्शन्स के ‘जाल’ में फंसते जा रहे हैं। लेकिन मस्ती के लिए किए जाने वाले ये ट्रिप्स लोगों पर भारी पड़ रहे हैं। इसकी वजह है ट्रैवल डेस्टिनेशन्स पर उमड़ने वाली भीड़ बढ़ती जा रही है ।
मुसीबत बनता सोशल मीडिया
आजकल लोग मजे के लिए घूमने से ज्यादा सोशल मीडिया स्टेटस के लिए घूम रहे हैं। वे नई जगह का आनंद लेने की बजाय हर जगह परफेक्ट पिक्चर लेने के लिए परेशान रहते हैं। इसके लिए वे रिस्क लेने से भी नहीं डरते हैं। वे किसी खतरनाक जगह पर बैठ कर शॉट लेते हैं या व्यस्त सड़क पर भी रुक जाते हैं। यह उनके लिए खतरनाक होता है ही, दूसरा का मजा भी किरकिरा कर देता है।
जाम में फंस रहे लोग
ट्रेवलर्स की ट्रिप एक बुरे अनुभव में बदल जाती है जब शांति और सुकून भरे पलों के बीच उन्हें गाड़ियों के शोर के बीच जाम में फंसा रहना पड़ता है। कई ट्रेवलर्स का कहना है कि , ‘हम यात्रा के बीच लंबे ट्रैफिक जाम में फंस जाते हैं । जिससे जो यात्रा आमतौर पर 5 घंटे में होनी होती है उसे पूरा होने में 11 घंटे लग जाते हैं ।