Home International चीन-पाकिस्‍तान को दरकिनार कर भारत के समर्थन में आया बाइडेन प्रशासन

चीन-पाकिस्‍तान को दरकिनार कर भारत के समर्थन में आया बाइडेन प्रशासन

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नई दिल्ली। अमेरिका में सत्‍ता के बदलाव से बड़ी आशाएं पाले चीन और पाकिस्‍तान को करारा झटका लगा है। राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण करने जा रहे जो बाइडेन प्रशासन ने साफ कर दिया है कि भारतीय जमीन पर नजरें गड़ाए बैठे चीन के खिलाफ अमेरिकी सख्‍ती ट्रंप प्रशासन की तरह से ही जारी रहेगी। वहीं आतंकवादियों को पालने वाले पाकिस्‍तान को जमकर फटकार लगाई है। बाइडेन प्रशासन ने लश्‍कर-ए-तैयबा और अन्‍य भारत विरोधी आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए आगाह किया है।

अमेरिका के भावी रक्षा मंत्री जनरल (अवकाश प्राप्त) लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि चीन पहले ही ‘क्षेत्रीय प्रभुत्वकारी शक्ति’ बन चुका है और अब उसका लक्ष्य ‘नियंत्रणकारी विश्वशक्ति’ बनने का है। उन्होंने क्षेत्र और दुनिया भर में चीन के ‘डराने-धमकाने वाले व्यवहार’ का उल्लेख करते हुए अमेरिकी सांसदों से ये बातें कहीं। ऑस्टिन ने कहा, ‘वह (चीन) पहले ही क्षेत्रीय प्रभुत्वकारी ताकत है और मेरा मानना है कि उनका अब लक्ष्य नियंत्रणकारी विश्व शक्ति बनने का है। वह हमसे विभिन्न क्षेत्रों में प्रतिस्पर्धा करने के लिए काम कर रहे हैं और उनके प्रयास नाकाम करने के लिए पूरी सरकार को एक साथ मिल कर विश्वसनीय तरीके से काम करने की जरूरत होगी।’

ऑस्टिन ने कहा, ‘हम चीन या किसी भी आक्रामक के समक्ष पुख्ता प्रतिरोधी क्षमता पेश करना जारी रखेंगे। उन्हें बताएंगे कि आक्रामकता सचमुच एक बुरा विचार है।’ चीन के बारे में ऑस्टिन ने कहा कि चीन मौजूदा समय में प्रभावी खतरा है क्योंकि वह उभार पर है जबकि रूस खतरा है लेकिन वह उतार पर है। उधर, अमेरिका के भावी विदेश मंत्री एंथोनी ब्लिंकेन ने चीन को अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरे के तौर पर पहचान करते और चिंता व्यक्त की।

‘चीन का मजबूती की स्थिति से सामना करना चाहिए’
ब्लिंकेन ने कहा कि अमेरिका को इस चुनौती का सामना ‘मजबूती की स्थिति से करना चाहिए न कि कमजोरी की स्थिति से।’ सीनेट की विदेश मामलों की समिति में अपनी नियुक्ति की पुष्टि के लिए हुई सुनवाई में ब्लिंकेन ने कहा, ‘जब हम चीन को देखते हैं तो इसमें कोई शक नहीं है कि एक राष्ट्र के तौर पर वह हमारे हितों, अमेरिकी लोगों के हितों के लिए सबसे अधिक चुनौती पेश कर रहा है।’

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