

नई दिल्ली। टीम इंडिया द्वारा ऑस्ट्रेलिया में खेली जा रही टेस्ट सीरीज में अप्रत्याशित कम रन बनाए जाने का रिकॉर्ड बना दिया है। क्रिकेट की सबसे बड़ी खूबसूरती यह है कि कोई भी नहीं जानता कि अगली गेंद पर क्या हो सकता है। कब कोई टीम जीतते-जीतते हार जाए या कब कोई टीम करीब-करीब हारा हुआ मैच जीत ले, इसका अनुमान नहीं लगाया जा सकता है। क्रिकेट की यही खूबी 19 दिसंबर को भारतीय टीम पर भारी पड़ गई। जो भारतीय टीम एडिलेड टेस्ट के दूसरे दिन तक जीत की ओर बढ़ती दिख रही थी, वह तीसरे दिन अपने क्रिकेट का सबसे बुरा रिकॉर्ड बनाकर हार के करीब पहुंच गई है। ऑस्ट्रेलिया ने पहले टेस्ट के तीसरे दिन भारत को दूसरी पारी में महज 36 रन पर समेट दिया। यह 88 साल के भारतीय टेस्ट इतिहास में टीम इंडिया का सबसे कम स्कोर है।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला टेस्ट मैच 17 दिसंबर से खेला जा रहा है। भारतीय टीम ने पहली पारी में 244 रन बनाए। इसके बाद उसने ऑस्ट्रेलिया को 191 रन पर ही ढेर कर दिया। इस तरह उसे 53 रन की लीड मिली। उम्मीद थी कि इस लीड के सहारे भारत मेजबान टीम को एक बड़ा लक्ष्य देगा। लेकिन मैच के तीसरे दिन भारतीय टीम अपने टेस्ट इतिहास का सबसे खराब प्रदर्शन कर 36 रन पर ही ठिठक गई। ऑस्ट्रेलिया ने भारत को 9 विकेट पर 36 रन के स्कोर पर रोक दिया। मोहम्मद शमी एक रन बनाकर रिटायर्ड हर्ट हुए।
भारतीय टीम 1932 से टेस्ट क्रिकेट खेल रही है। 36 रन पर आउट होने के साथ ही 19 दिसंबर भारतीय टेस्ट इतिहास में एक ऐसी तारीख के तौर पर दर्ज हो गया है, जिसे याद करने पर शायद ही चेहरे पर मुस्कान आए। भारतीय टीम का इससे पहले सबसे कम स्कोर 42 रन था। भारतीय टीम 1974 में इंग्लैंड के खिलाफ क्रिकेट का मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स के मैदान पर 42 रन पर आउट हो गई थी। अब देखना होगा टीम इंडिया इस मैच में हार से बच पाती है या नहीं, वैसे तो जीतने का मौका कम ही है।