स्पोर्ट्स डेस्क। भारतीय टीम टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत गुरुवार से कर रही है। टीम वेस्ट इंडीज के खिलाफ इस चैंपियनशिप के अपने पहले मुकाबले में चार गेंदबाजों के साथ उतर सकती है। कप्तान विराट कोहली ने मैच की पूर्व संध्या पर इस बात का संकेत दिया। इस पिच पर पिछला टेस्ट मैच वेस्ट इंडीज और इंग्लैंड के बीच खेला गया था। इस विकेट में उस समय तेजी देखी गई थी।
कोहली ने कहा, ‘चूंकि विकेट कवर था इसलिए हम उसे देख नहीं सके। विकेट देखने के बाद ही हम तय कर पाएंगे कि क्या हम तीन तेज गेंदबाजों और एक स्पिनर के साथ उतरेंगे अथवा दो स्पिनर और दो तेज गेंदबाजों के साथ।
कोहली ने कहा, ‘इस विकेट पर पिछला मैच इंग्लैंड यहां खेला था। उस समय विकेट पर कई तरह का उछाल देखने को मिला था, तो इन सब बातों को ध्यान रखना होगा। तो हम इस लेकर काफी लचीले हैं और हमारे सामने सभी विकल्प खुले हैं।’
7 महीने बाद टेस्ट मैच खेल रही टीम इंडिया
कोहली हमेशा से पांच गेंदबाजों के साथ खेलने के पक्षधर रहे हैं। उनका मानना है कि टेस्ट मैच जीतने के लिए 20 विकेट लेने जरूरी हैं।
भारतीय टीम सात महीने बाद कोई टेस्ट मैच खेल रही है। भारत की आखिरी टेस्ट सीरीज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ थी। भारत ने वह सीरीज 2-1 से जीती थी। इसके साथ ही वह ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीतने वाली पहली एशियाई टीम बन गई थी।
कोहली ने कहा, ‘टेस्ट क्रिकेट में आपको लगातार अपनी गलतियों में सुधार करते रहने की जरूरत होती है। आपको हार से जल्दी सीखना होता है। और टेस्ट चैंपियनशिप खेल में यही लेकर आया है। जो टीम अपनी गलतियों से जल्दी सीखेगी वही आखिर में टेस्ट चैंपियनशिप में टॉप पर रहेगी।’
120 अंक हासिल कर सकती है टीम इंडिया
उन्होंने कहा, ‘हमने टेस्ट क्रिकेट में काफी जल्दी सीखा है। जब परिस्थितियां हमारे पक्ष में रहीं तो हमने इसका फायदा उठाया और जब वे खिलाफ थीं तो हमने उनका सामना किया। यह टेस्ट क्रिकेट का सबसे अहम हिस्सा है। आप एक सेशन में छह विकेट खोने के बाद वापसी की उम्मीद नहीं कर सकते।’
टेस्ट चैंपियनशिप की अपनी पहली सीरीज में भारतीय टीम दो मैचों से कुल 120 अंक हासिल कर सकती है।
कोहली ने कहा, ‘टेस्ट चैंपियनशिप कई चीजों को सही तरह से रखता है। जब आपको जीत से अंक मिलते हैं और आप किसी चीज को हासिल करने के लिए बढ़ते हैं तो सब चीजें काफी महत्वपूर्ण बन जाती हैं।’