

-भव्य समारोह के बीच प्रकल्प ‘सक्षम’ का हुआ शुभारम्भ
-101 परिवारों को स्व-रोजगार हेतु वितरित की गईं निःशुल्क स्मार्ट कार्ट
आगरा। आज लोगों को अपने पुरुषार्थ और परिश्रम से उन्नति के लिए क्षमता का विस्तार करते हुए आगे बढ़ना है और जो आगे आ चुके हैं उनका कर्त्तव्य है दूसरों की सहायता करें। आज समाज को समाज के लिए खड़े होने की जरुरत है यह बात मुख्य वक्ता के रूप में अपने सम्बोधन में सह-सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ डॉ. कृष्णगोपाल ने कहीं, मौक़ा था रोजगार भारती एवं सक्षम डावर मेमोरियल ट्रस्ट द्वारा परिवार आजीविका अभियान के अन्तर्गत प्रकल्प ‘सक्षम’ के शुभारम्भ का। जिसका आयोजन बाग फरजाना स्थित संस्कृति भवन सभागार में किया गया। जिसमें 101 परिवारों को स्व-रोजगार हेतु निःशुल्क स्मार्ट कार्ट वितरित की गईं। कार्यक्रम का उदघाटन दीप प्रज्वलित कर संघ के सह-सरकार्यवाह डॉ. कृष्णगोपाल, भारतीय वायुसेना महिला कल्याण एसोसिएशन की पूर्व अध्यक्षा आशा भदौरिया, सक्षम डावर मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष एवं रोजगार भारती ब्रज प्रांत के संरक्षक पूरन डावर, अध्यक्ष किशोर खन्ना, महासचिव प्रमोद चौहान ने संयुक्त रूप से किया।


कृष्णगोपाल ने इस पुण्य योजना के संचालन के लिए पूरन डावर के प्रयासों की सराहना करते हुए स्वरोजगार के लिए आगे आये 101 परिवारों के महिला पुरुष लाभार्थियों को बधाई देते हुए कहा कि सद्भाव, पुण्य कर्म और सेवा भाव का आचरण जीवन में आपकी आपकी प्रगति के लिए आवश्यक है। रोजगार भारती का यह प्रयास मौलिक दर्शन पर आधारित है।


कोई भी व्यापार छोटा नहीं होता
पूरन डावर ने कहा कि कोई भी व्यापार छोटा नहीं होता। सिर्फ शुरुआत करने की आवश्यकता है। आज जिन 101 लोगों को कार्ट दी गईं हैं उनको हम सिर्फ कार्ट निशुल्क नहीं दे रहे हैं उनको किस प्रकार अपने कार्य को कुशलता पूर्वक करना है इसके लिए उनको प्रशिक्षित भी किया जाएगा। खास तौर से डिजाइन की गई इन गाड़ियों में कुल 6 प्रकार की गाड़ियां शामिल हैं। जिनमें साइकिल पर चाय, साइकिल पर ही छोले कुलचे या अन्य समान बहुत ही संदर ढंग से बेचने की व्यवस्था है। उद्देश्य है स्मार्ट सिटी में स्मार्ट तरीके से पढ़े-लिखे युवा स्वरोजगार के लिए आगे बढ़ें। अध्यक्ष किशोर खन्ना ने इस योजनाओं को बेरोजगार युवाओं के लिए वरदान बताते हुए स्वरोजगार की दिशा में एक युवाओं के लिए स्वर्णिम अवसर कहा। कार्यक्रम का सञ्चालन रोजगार भारती के महासचिव प्रमोद चौहान ने किया वहीं धन्यवाद ज्ञापन आगरा विभाग संयोजक नितिन बहल ने किया।
इसकी मौजूदगी रही खास
इस मौके पर भारतीय वायुसेना के पूर्व अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के क्षेत्र प्रचारक महेंद्र जी, प्रांत प्रचारक डॉ. हरीश रौतेला, आनंद जी, स्क्वाड्रन लीडर ए.के. सिंह, आई.टी.एच.एम. के निदेशक प्रो. लवकुश मिश्रा, डॉ. रंजना बंसल, डॉ. सुशील गुप्ता, डॉ. पंकज नगाइच, कुलदीप जादौन, अभिषेक मेहरोत्रा, डॉ. तरुण शर्मा, डॉ. मुनीश्वर गुप्ता, दीपक माहेश्वरी, इनक्रेडिबल इंडिया फाउण्डेशन के महासचिव अजय शर्मा, संयोजक ब्रजेश शर्मा, डॉ. राम नरेश शर्मा, अविनाश वर्मा आदि प्रमुख रूप से मौजूद रहे।


जो आगे आ चुके हैं उनका कर्त्तव्य है कि दूसरों की सहायता करें
आज लोगों को अपने पुरुषार्थ और मेहनत से अपने परिश्रम से उन्नति के लिए क्षमता विस्तार करते हुए आगे बढ़ना है और जो आगे आ चुके हैं उनका कर्त्तव्य है वे दूसरो आगे लाने में सहायक बनें। आज समाज को समाज के लिए खड़े होने की जरुरत है। सद्भाव, पुण्य कर्म और सेवा भाव का आचरण जीवन में आपकी प्रगति के लिए आवश्यक है।
-डॉ. कृष्णगोपाल, सह-सरकार्यवाह, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

कोई भी व्यापार छोटा नहीं होता
कोई भी व्यापार छोटा नहीं होता। सिर्फ शुरुआत करने की आवश्यकता है। आज जिन 101 लोगों को कार्ट दी गईं हैं उनको हम सिर्फ कार्ट निशुल्क नहीं दे रहे हैं उनको किस प्रकार अपने कार्य को कुशलता पूर्वक करना है इसके लिए उनको प्रशिक्षित भी किया जाएगा। खासतौर से डिजाइन की गई इन गाड़ियों में कुल 6 प्रकार की गाड़ियां शामिल हैं।
-पूरन डावर, अध्यक्ष, सक्षम डावर मेमोरियल ट्रस्ट

गरीब, पीड़ित, उपेक्षित व बेरोज़गार का मार्गदर्शन है उद्देश्य
हमारा उदेश्य समाज के गरीब, पीड़ित, उपेक्षित व बेरोज़गार व्यक्तियों को परिवार की आजीविका चलाने के लिए मार्गदर्शन करना तथा सहायता प्रदान करना है। भारत का आर्थिक इतिहास अत्यंत समृद्ध रहा है। कैंब्रिज के आर्थिक सर्वे के अनुसार प्रथम शताब्दी में विश्व अर्थव्यवस्था में भारत की भागीदारी 33 % थी, जो कि 17वी शताब्दी में घटकर 24.9% रह गयी थी।
-किशोर खन्ना, अध्यक्ष, रोजगार भारती

युवाओं के लिए है स्वर्णिम अवसर
भारत पुनः सोने की चिड़िया तभी बन सकता है जब हम आत्मनिर्भर होंगे यह योजना बेरोजगार युवाओं के लिए एक वरदान है। स्वरोजगार की दिशा में एक युवाओं के लिए यह एक स्वर्णिम अवसर है। अब जरुरत है हम इस दिशा में कदमताल सरकार के साथ आगे बढ़कर सकारात्मक प्रयास करें। हमें स्वरोगार से इस खोये हुए गौरव को हासिल करने के लिए सकारात्मक प्रयास करने होंगे।
-आशा भदौरिया, पूर्व अध्यक्षा, भारतीय वायुसेना महिला कल्याण एसोसिएशन