

नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में हुए भाजपा नेताओं पर हमले की रार थमने का नाम नहीं ले रही। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 19 तारीख को दो दिवसीय बंगाल दौरे पर जाएंगे। गृहमंत्री पार्टी के तीन अलग-अलग कार्यक्रमों में शामिल होंगे। बंगाल दौरे के दौरान जेपी नड्डा और कैलाश विजयवर्गीय के काफिले पर हमले के बाद गृहमंत्री के दौरे के राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं। सूत्रों के मुताबिक गृहमंत्री बंगाल चुनाव के मद्देनजर आने वाले महीनों के दो दिन बंगाल में ही बिताएंगे।
पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के बाद बीजेपी और टीएमसी में आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। इस बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्यपाल ओपी धनखड़ से हमले को लेकर रिपोर्ट मांगी है। इससे पहले केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘‘बंगाल में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जेपी नड्डा जी के ऊपर हुआ हमला बहुत ही निंदनीय है, उसकी जितनी भी निंदा की जाए वो कम है। केंद्र सरकार इस हमले को पूरी गंभीरता से ले रही है। बंगाल सरकार को इस प्रायोजित हिंसा के लिए प्रदेश की शांतिप्रिय जनता को जवाब देना होगा।’’
वहीं नाराज जेपी नड्डा ने हमले को ‘अभूतपूर्व’ करार दिया और आरोप लगाया कि राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति पूरी तरह चरमरा गई है और यह ‘‘गुंडा राज’’ में तब्दील हो गया है। इसी बात को लेकर गृह मंत्रालय सख्त रुख अपना रहा है। कयाश ये भी लगाया जा रहा है कि कहीं बंगाल में राष्ट्रपति शासन न लग जाय। अगर ऐसा होता है तो ममता की मुश्किलें बढ़ जाएंगी। वहीं आगामी विधानसभा चुनावों में ममता के लिए रास्ता कठिन हो सकता है।