
ट्रेवल डेस्क। मानसून के स्वागत की तैयारी में हर कोई कुछ न कुछ प्लानिंग कर रहा है। किसी को पहली बारिश में भीगने का इंतजार है तो कोई रिमझिम बारिश में चाय-पकौड़े खाने का इंतजार कर रहा है। मानसून के सीजन में घूमने के शौकीन लोगों की भी बहुत बड़ी संख्या है। ऐसे शौकीनों के लिए आज हम लाए हैं, उन चुनिंदा जगहों की जानकारी जो मानसून में धरती के स्वर्ग जैसे सुंदर हो जाते हैं…
बिलासपुर में होगा शानदार अनुभव
जब हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर की बात हो तो बस एक ही बात कहनी है – भाखड़ा डैम! बांध के ऊपर से गोबिंद सागर झील के दृश्य की कल्पना से मन बाग-बाग हो जाता है। अगर आप मानसून में यहां जाएंगे तो यह वास्तव में शानदार अनुभव होने वाला है। दिल्ली से यहां की दूरी करीब 380 किलोमीटर है।
रिमझिम बरसात में बूंदी की सैर
अगर अभी तक आपको यही लगता है कि राजस्थान केवल रेगिस्तान और किलों की धरती है तो मानसून ही सही समय रहेगा जब आप अपनी यह धारणा तोड़ सकते हैं। इस सीजन होने वाली रिमझिम बरसात में राजस्थान के बूंदी की सैर करें। तारागढ़ फोर्ट से जब आप शहर और झील को निहारेंगे तो कह उठेंगे, वाह! दिल खुश हो गया। दिल्ली से यहां की दूरी लगभग 473 किलोमीटर है।
मध्य प्रदेश के ओरछा का वैभवशाली अतीत
मानसून का लुत्फ भी लेना है और शांति भी चाहिए तो ओरछा से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। यहां बेतवा नदी के किनारे बैठकर आप फ्री टाइम को इंजॉय कर सकते हैं। किलों की भव्यता में वैभवशाली अतीत को निहार सकते हैं और प्राचीन मंदिरों में दर्शन कर अपनी आत्मा के साथ अपने तार जोड़ सकते हैं। दिल्ली से ओरछा की दूरी करीब 451 किलोमीटर है। हम इतना जरूर कहना चाहेंगे कि यहां जाने के बाद आपको निराशा नहीं होगी।
प्रकृति की गोद में बसा छोटा सा गाँव मतियाना
प्रकृति की गोद में बसा छोटा-सा गांव है मतियाना। एक खूबसूरत हिल स्टेशन, जो बरसात में और भी हसीन हो जाता है। बर्फ से ढका हिमालय और घने कोहरे से ढका हुआ आसमान किसी और ही दुनिया में होने का अहसास कराता है। गांव में किसी पहाड़ी पॉइंट पर खड़े होकर जब आप नीचे की तरफ देखते हैं तो खुद के आसमान में होने का अहसास होता है। यहां से आपको पहाड़ के घूमावदार खूबसूरत रास्ते नजर आएंगे और आप हिंदुस्तान-तिब्बत की सड़क देख सकते हैं, जो आपको ड्राइव के लिए ललचाती है। दिल्ली से यहां की दूरी करीब 447 किलोमीटर है।
देखिए रूपनगर का मनोरम रूप
पंजाब का रूपनगर शहर सतलज नदी के किनारे पर बसा है। इस नदी के मनोरम किनारे यहां की सुंदरता को कई गुना बढ़ा देते हैं। यहां जाने में आपकी दिलचस्पी और बढ़ जाएगी, जब आप यह जानेंगे कि सिंधू घाटी सभ्यता के मुख्य स्थलों में है रूपनगर। दिल्ली से यहां की दूरी करीब 220 किलोमीटर है।