Home Entertainment रामानंद सागर की “रामायण” से जुड़े कुछ अनसुने किस्से

रामानंद सागर की “रामायण” से जुड़े कुछ अनसुने किस्से

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राजकुमार उप्पल। रामानंद सागर द्वारा निर्देशन में बने भारत के ऐतिहासिक टीवी सीरियल रामायण दर्शकों की मांग पर पुनः प्रसारण 28 मार्च से दूरदर्शन किया जा रहा है। जिसकी जानकारी पिछले दिनों एक ट्वीट के माध्यम से केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेड़कर ने दी थी। आज हम भारतीय टेलीविजन जगत के इस ऐतिहासिक सफल टीवी सीरियल से जुड़े कुछ दिलचस्प पहलू आपके साथ साझा करेंगे, जिनके बारे में शायद आप नहीं जानते होंगे :

रामायण सीरियल जोकि साल 1987 में शुरू हुआ था जिसका पहला एपिसोड 25 जनवरी 1987 को दूरदर्शन पर रिलीज हुआ था। इसके कुल 78 एपिसोड बने थे, और इसका फ़ाइनल एपिसोड 31 July 1988 को प्रसारित हुआ था।

इसका एक दिलचस्प किस्सा यह है कि रामायण के 78 एपिसोड पूरे होने के बाद दर्शको ने इसमें लव-कुश की कहानी को दिखाने की मांग की। जिसके लिए रामानंद सागर तैयार नहीं थे और उनका तर्क था कि अगर वे लव-कुश की कहानी बनाएंगे तो वो एक काल्पनिक कहानी होगी। खेर! यह कहानी टीवी पर आई लेकिन इसके आते ही, इसे कई विवादों का सामना करना पड़ा। जिसके चलते रामानंद सागर पर दस साल तक कोर्ट में केस भी चला।

इस सीरियल में अभिनय करने वाले सभी किरदारों के साथ- साथ राम बने अरुण गोविल और सीता का किरदार निभाने वाली अभिनेत्री दीपिका चिखलिया ने शानदार अभिनय कर रामायण में अपने किरदार को जीवंत कर दिया था। लक्षमण का रोल “सुनील लहरी” ने बहुत खूब निभाया था। सभी कलाकारों की सीरियल में वह पहचान उनकी निजी जिंदगी में भी बन गई जिससे वे आजतक बाहर नहीं आ सके। आज भी लोग उनको उनके नाम के बजाय सीरियल में उनके किरदारों के नाम से अधिक जानते हैं।

‘रामायण’ में रावण बने अरविंद त्रिवेदी ने भी अपने किरदार को शानदार अभिनय से जीवंत कर दिया था इस सीरियल का एक दिलचस्प किस्सा यह भी रहा कि जब रामायण में रावण कि मृत्यु हुई तो अरविंद त्रिवेदी के गांव में शोक मनाया गया।
रामायण के जूनियर कलाकारों की भर्ती भी बड़े रोचक तरीके से होती थी सीरियल के लिए जब बहुत सारे जूनियर कलाकारों की ज़रूरत पड़ती तो गाँव-गाँव जाकर ढोल नगाड़ो के साथ घोषणा की जाती थी और कलाकार भर्ती किए जाते थे।

80 के दशक में जब रामायण धारावाहिक टीवी पर आया तो इसके साथ ही कई स्पेशल इफेक्ट्स भी देखने को मिले, जैसे हनुमान का संजीवनी बूटी लाना और पुष्पक विमान का उड़ना। ये उस जामने में बहुत बड़ी बात थी रामायण उस वक्त का सबसे महंगा टीवी शो था, जिसके एक एपिसोड की मेकिंग में लगभग नौ लाख रूपये का खर्चा आता था। पांच महाद्वीपों में दिखाई जाने वाली रामायण को विश्वभर में 65 करोड़ से ज्यादा दर्शकों ने टीवी पर देखा।

सीरियल रामायण कि लंबी शूटिंग भी एक इतिहास है। इसकी शूटिंग लगातार 550 से ज़्यादा दिनों तक चली थी। इसके हर हफ़्ते ताजा एपिसोड की कैसेट दूरदर्शन के दफ़्तर भेजी जाती थी। कई बार तो ये कैसेट प्रसारण के आधे घंटे पहले भी पहुंचा करती थी।

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