

लखनऊ। लम्बे समय से ईडी और यूपी पुलिस जिसकी तलाश में थी ओस शातिर को धर दबोच लिया गया। हाथरस कांड के बाद उत्तर प्रदेश में जातीय व सांप्रदायिक हिंसा भड़काने की साजिश में पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की स्टूडेंट विंग कैंपस फ्रंट आफ इंडिया का महासचिव रऊफ को शनिवार देर रात तिरुवंतपुरम एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया है। उसके खिलाफ जनपद मथुरा के मांठ थाने में दर्ज मुकदमे में 11 नवम्बर को लुकआउट नोटिस जारी हुआ था।
अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था प्रशांत कुमार के मुताबिक एटीएस की एक टीम तिरुवंतपुरम भेजी जा रही है। उसे यहां लाकर पूछताछ की जाएगी। बीते दिनों जनपद हाथरस प्रकरण के बाद मथुरा में पांच अक्टूबर पीएफआई के चार सक्रिय सदस्य पकड़े गए थे। पूछताछ में आरोपित सदस्य अतीकुर्रहमान व मसूद को यूपी में हिंसा भड़काने की साजिश के लिए केरल निवासी रऊफ शरीफ की भूमिका सामने आई थी। इसके बाद से यूपी पुलिस उसकी तलाश में जुट गई थी। पकड़ा गया रऊफ तिरुवंतपुरम एयरपोर्ट से मस्कट भागने की फिराक में था।
एडीजी कानून-व्यवस्था के मुताबिक पुलिस जांच में आरोपित रऊफ शरीफ को देश-विदेश से करोड़ों रुपये की फंडिंग किए जाने के तथ्य हाथ लगे हैं। रऊफ से पूछताछ में सूबे में हिंसा भड़काने के लिए रची गई साजिश की कई परतें खुलेंगी।
प्रवर्तन निदेशालय ने रऊफ़ को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में हिरासत में लिया है। ईडी का दावा है कि रऊफ को उस वक्त पकड़ा गया जब वह देश से बाहर जाने की फिराक में तिरुवनंतपुरम एयरपोर्ट पहुंचा था। रऊफ पर मनी लॉन्ड्रिंग के जरिए ओमान और कतर जैसे देशों से दो करोड़ रुपये हासिल करने का आरोप है जिसकी ईडी को काफी समय से तलाश थी। वह ईडी के साथ-साथ हाथरस मामले में भी यूपी पुलिस द्वारा मनी लॉन्ड्रिंग मामले में वांछित था। पकड़े गए रऊफ से अब गहन पूछताछ की जाएगी। जहां एक ओर ईडी उसे मनी लाॅड्रिंग मामले जानकारी हासिल करेगी, तो वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश पुलिस हाथरस काण्ड में दंगा भड़काने की जानकारी कर शातिर को उसके किए का दण्ड देगी।