
- चिकित्सकीय उपकरणों की जांच न होने से खतरे में मरीजों की जान
- आरटीओ कार्यालय ने फिटनेस के लिए न तो नोटिस दिया और न ही सीज किया
आगरा। शहर में दो साल से बिना फिटनेस और बीमा के 281 एंबुलेंस दौड़ रही हैं। इनमें चिकित्सकीय उपकरण और मानक भी नहीं हैं। ये धुआं उगल रही हैं, फिर भी आरटीओ विभाग के अधिकारी जांच नहीं कर रहे हैं। आरटीओ के यहां पंजीकृत 537 एंबुलेंस में से 40 फीसदी 10 साल पुरानी हैं।
आरटीओ कार्यालय में 537 एंबुलेंस हैं। इसमें से 281 एंबुलेंस की बीते दो साल से फिटनेस नहीं हुई है। पंजीकृत 537 एंबुलेंस में से 40 फीसदी 10 साल पुरानी हैं और बीमा की मियाद भी खत्म हो गई है। इससे प्रदूषण तो फैल ही रहा है साथ ही चिकित्सकीय उपकरणों की जांच न होने से मरीजों की जान भी खतरे में है। इन एंबुलेंस चालकों को विभाग की ओर से फिटनेस कराने के लिए नोटिस नहीं दिया और न ही इनको सीज किया गया है। एआरटीओ अनिल कुमार सिंह का कहना है कि बिना फिटनेस के चल रही एंबुलेंस की सूची बनाई गई है, इनको नोटिस देंगे। फिटनेस न करवाने पर कार्रवाई की जाएगी।