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बीसी सखी मिनी सचिवालयों में बैठेंगी: योगी

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लखनऊ। लखनऊ के इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में गुरुवार को बीसी सखी का राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में सीएम योगी ने कहा,’पीएम मोदी ने जनधन योजना की शुरुआत की थी। DBT के जरिए 3.2 लाख करोड़ लोगों के खाते में पहुंचा है। कोरोना काल में प्रयागराज से बीसी सखी के कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ था। यूपी में महिला शक्ति बैंक की एक मिनी ब्रांच के रूप में काम कर रहा हैं। हर ग्राम पंचायत में ग्राम सचिवालय यानी मिनी सचिवालय के निर्माण के कार्यक्रम को भी अंतिम पायदान पर पहुंचा दिया है। अब यही पर बीसी सखियां बैंठेगी।’

कोरोना काल में हुई थी बीसी सखी का शुभारंभ
डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने कहा, पीएम मोदी ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया है। आज 75 जिलों के 835 ग्राम पंचायतों में अलग-अलग स्टॉल भी लगाया जा रहा है। दीदियों को लखपति बनाने का काम सरकार कर रही है। अब गांव में जाने पर बीसी सखियों के नाम से ही उनके घर की पहचान होती है। हर घर से परिवार को जोड़ कर महिला सशक्तिकरण में यूपी देश में प्रथम स्थान मिला है। अभी तो ये झांकी है, पूरी पिक्चर बाकी है।”

सीएम योगी कहा, ” अब सचिवालय केवल लखनऊ में ही नहीं होगा। हर गांव में एक सचिवालय होगा। वहां पर बीसी सखी के बैठने की व्यवस्था की गई है। ग्राम पंचायत से पंचायती राज से या किसी भी विभाग से जुड़े महत्वपूर्ण कागज पंचायत में ही बनेंगे। 56000 से भी ज्यादा ग्राम पंचायतों में बैंकिंग लेनदेन की कार्यक्रम का शुभारंभ किया था। पिछले 6 सालों के अंदर लगभग 5400000 गरीबों को 11 आवास की सुविधा मिली है। यह सुशासन का सबसे बड़ा लक्ष्य है।”

गिरिराज सिंह बोले- देश डिजिटल ट्रांजेक्शन में पहले स्थान पर
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा , ” जब से देश में पीएम मोदी की अगुवाई में 10 करोड़ दीदी योजना से जुड़ी है। आज बैंकों का समर्थन 6.50 लाख करोड़ से ज्यादा है। पहले मात्र 2100 करोड़ था। आज देश डिजिटल ट्रांजेक्शन में पहले स्थान पर है। आज देश के सरकारी और प्राइवेट हर बैंकों में बीसी सखी है।” उन्होंने कहा,” पीएम मोदी ने 32 लाख करोड़ का DBT किया है। एक पैसे का भी ही फेर नही हुआ है। कोरोना काल में हर दीदी के जनधन खाते में 1.5 लाख रुपए पहुंचे है।आने वाले दिनों में हमने 45 लाख घरों में जाने का लक्ष्य लिया है। जिससे देश की हर दीदी लखपति हो”

‘समर्थ’ एप से डिजिटल ट्रांजेक्शन को मिलेगा बढ़ावा
प्रदेश के 5000 ग्राम पंचायतों में महिलाओं के बीच डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढावा देने के लिए नेशनल कॉन्क्लेव ‘समर्थ’ एप को लांच किया गया। दरअसल बैंक संबंधी कामकाज के लिए गांव वालों को ज्यादा परेशानी होती थी। इससे छुटकारा के लिए बीसी सखी उनकी मदद करेंगी। सरकारी पेंशन हो या अन्य कोई काम गांव में ही आसानी से कर सकेंगी।

ग्रामीण महिलाओं को स्वाबलंबन आने में होगा मददगार
ग्रामीणों को विशेष रुप से ग्रामीण महिलाओं को बैंकिंग सुविधाओं में आसानी हो सके इसलिए सरकार ने हर गांव में बिजनेस कॉरस्पॉडेंट सखी कार्यक्रम शुरू किया है। इस कार्यक्रम के तहत एक गांव में एक महिला को बीसी सखी को 6 दिवसीय प्रशिक्षण देकर प्रशिक्षित किया जाएगा।

बीसी सखी को दी गई मोबाइल में इंटरनेट चलाने की ट्रेनिंग
बीसी सखी महिलाओं को महिलाओं को कंप्यूटर बैंकिंग से जुड़े अन्य सॉफ्टवेयर की ट्रेनिंग दी गई है। इसके साथ ही फोन में ATM, UPI पेमेंट, फोन पर गूगल आदि चलाने को लेकर उन्हें प्रशिक्षित किया गया। कार्यक्रम में सीएम योगी, केंद्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, केंद्रीय राज्यमंत्री ग्रामीण विकास साध्वी निरंजन ज्योति, राज्य मंत्री लक्ष्मी गौतम शामिल हुए।

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