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भाजपा के सेंगोल से जुड़े दावे झूठे, इसे नेहरू को सौंपने के कोई सबूत नहीं: कांग्रेस

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नई दिल्ली। नई संसद के इनॉग्रेशन में अब 2 दिन शेष बचे हैं, लेकिन इसे लेकर कांग्रेस और भाजपा आमने-सामने आ गई है। सेंगोल (राजदंड‌) पर भाजपा के दावों को कांग्रेस ने कोरी कल्पना बताया है। कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने कहा कि ऐसा कोई दस्तावेजी साक्ष्य नहीं है कि सेंगोल को सत्ता हस्तांतरण के प्रतीक के तौर पर ब्रिटिश सत्ता के हस्तांतरण के समय नेहरू को सौंपा गया था। इससे जुड़े सभी दावे बोगस हैं।

जयराम नरेश ने कहा- भाजपा की वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी सक्रिय
कांग्रेस नेता जयराम नरेश ने कहा कि ये दावे वॉट्सऐप यूनिवर्सिटी से फैलाए जा रहे हैं। अब मीडिया ढोल पीट रहा है। सेंगोल को बाद में इलाहाबाद म्यूजियम में रखा गया था। 14 दिसंबर, 1947 को नेहरू ने वहां जो कुछ कहा, वह सार्वजनिक रिकॉर्ड में है। भले ही अब कुछ कहा जा रहा है।
पीएम और उनका प्रचार करने वाले राजदंड का इस्तेमाल अब तमिलनाडु में अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर रहे हैं। इन लोगों के पास अपने हितों के लिए तथ्यों को उलझाने के लिए विशेषज्ञता है।

कांग्रेस ने सेंगोल को ‘वॉकिंग स्टिक’ समझकर संग्रहालय में भेजा: अमित शाह
केंद्रीय गृह मंत्री ने सेंगोल के विरोध को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट किया कि कांग्रेस पार्टी भारतीय परंपराओं और संस्कृति से इतनी नफरत क्यों करती है? पंडित नेहरू को तमिलनाडु के एक पवित्र शैव मठ द्वारा भारत की स्वतंत्रता के प्रतीक के रूप में पवित्र सेंगोल दिया गया था। कांग्रेस ने इसे ‘वॉकिंग स्टिक’ समझकर एक संग्रहालय में भेज दिया। कांग्रेस इतिहास को गलत बता रही है। कांग्रेस को अपनी सोच पर मंथन करने की जरूरत है।

75 रुपये का सिक्का होगा जारी
28 मई को नई संसद के इनॉग्रेशन पर 75 रुपए का सिक्का जारी किया जाएगा। इसके एक तरफ अशोक स्तंभ, तो दूसरी तरफ संसद की तस्वीर होगी। इसे कोलकाता की टकसाल में ढाला गया है। इस मौके पर एक स्टाम्प भी लॉन्च किया जाएगा। हालांकि, सरकार ने अब तक सिक्के की फोटो जारी नहीं की है।

20 पार्टियां PM मोदी के इनॉग्रेशन करने के विरोध में, 25 शामिल होंगी
विपक्षी पार्टियां राष्ट्रपति से नए संसद भवन के इनॉग्रेशन की मांग कर रही हैं। यही वजह है कि 20 विपक्षी दलों ने समारोह के बहिष्कार का ऐलान किया है। इनका आरोप है कि राष्ट्रपति को ना बुलाना, देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद का अपमान है।

भाजपा समेत 25 पार्टियां शामिल होंगी: भाजपा, शिवसेना (शिंदे गुट), शिरोमणी अकाली दल, जनता दल (सेक्युलर), बसपा, NPP, NPF, NDPP, SKM, JJP, RLJP, RP (अठावले), अपना दल (एस), तमिल मनीला कांग्रेस, AIADMK, BJD, तेलुगू देशम पार्टी, YSR कांग्रेस, IMKMK और AJSU, MNF।

20 पार्टियां विरोध कर रहीं: कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, DMK, आम आदमी पार्टी, शिवसेना (उद्धव गुट), समाजवादी पार्टी, राजद, CPI, JMM, केरल कांग्रेस (मणि), VCK, रालोद, राकांपा, JDU, CPI (M), IUML, नेशनल कॉन्फ्रेंस, RSP, AIMIM और MDMK।

उद्घाटन कार्यक्रम का शेड्यूल
समारोह कैसा होगा? इसकी अब तक अधिकृत जानकारी नहीं दी गई है, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, यह दो फेज में होगा। पहले फेज के कार्यक्रम गांधी प्रतिमा के पास एक पंडाल में होंगे। यहां सुबह 9:30 बजे तक पूजा और अन्य अनुष्ठान होंगे। दूसरा फेस दोपहर में लोकसभा कक्ष में राष्ट्रगान के साथ शुरू होगा।

फर्स्ट फेज: सुबह 7:30 से 8:30 बजे: हवन और पूजा। 8:30 से 9 बजे तक: लोकसभा के अंदर सेंगोल को स्थापित किया जाएगा। सुबह 9-9:30 बजे: प्रार्थना सभा होगी।

दूसरा फेज: यह 12 बजे से शुरू होगा। राष्ट्रगान के साथ इसकी शुरुआत होगी। इस मौके पर दो लघु फिल्मों की स्क्रीनिंग होगी। फिर उपराष्ट्रपति और राष्ट्रपति का संदेश पढ़ा जाएगा। राज्यसभा में विपक्ष के नेता का संबोधन होगा। लोकसभा स्पीकर स्पीच देंगे। 75 रुपए का सिक्का और स्टाम्प रिलीज किया जाएगा। आखिर में PM मोदी का संबोधन होगा। करीब 2-2:30 बजे कार्यक्रम का समापन होगा।

862 करोड़ रुपए में बनी है संसद की नई बिल्डिंग
नई संसद 862 करोड़ रुपए में बनी है। PM ने 10 दिसंबर 2020 को इसकी आधारशिला रखी थी। नए संसद भवन का निर्माण 15 जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। इस बिल्डिंग को पिछले साल नवंबर में पूरा हो जाना था। इसे रिकॉर्ड 28 महीने में बनाया गया है।

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